4 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हजारों छात्रों की मांगें मानी गई
प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिसकर्मियों के बीच में झड़प भी हुई
7 व 8 दिसंबर को होने वाली पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा स्थगित
आखिरकार आज उत्तर प्रदेश में हजारों आंदोलनकारी छात्रों को जीत मिली है। प्रयागराज में लोक सेवा आयोग कार्यालय के सामने 4 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हजारों छात्रों की मांगें सरकार ने गुरुवार को मान ली है। पीसीएस और आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन में होगी
यूपीपीएससी छात्रों के आंदोलन के आगे झुक गया है।
इससे पहले गुरुवार सुबह प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिसकर्मियों में झड़प हो गई। पुलिसकर्मी सादी वर्दी में धरना दे रहे छात्रों को जबरन उठाने पहुंचे थे। छात्रों का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने छात्राओं के साथ बदसलूकी की।
अब पीसीएस प्री परीक्षा से नॉर्मलाइजेशन हट गया है। यानी यह परीक्षा पुराने पैटर्न पर अब एक दिन में होगी। आरओ/एआरओ परीक्षा स्थगित कर दी गई है। आयोग एक कमेटी बनाएगा। कमेटी सभी पहलुओं पर विचार कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट पेश करेगी। तब एग्जाम पर फैसला होगा।
जानकारी के अनुसार आज बवाल काफी बढ़ने के बाद आयोग को छात्रों के पक्ष में फैसला करना पड़ा। आयोग के भीतर हुई बैठक में जिलाधिकारी, कमिश्नर समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे। कई घंटे चली बैठक के बाद आयोग ने छात्रों के पक्ष में फैसला लिया। छात्रों की मांग मानने के अलावा आयोग के पास कोई रास्ता नहीं था। छात्र एक ही मांग पर अड़े थे कि परीक्षा एक दिन एक ही शिफ्ट में कराई जाए। 7 व 8 दिसंबर 2024 को होनी वाली पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 स्थगित कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में छात्रों की मांग का संज्ञान लिया और आयोग को एक दिन में पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 के संबंध में छात्रों से संवाद और समन्वय कर आवश्यक निर्णय लेने को कहा। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर जारी बयान में कहा गया है कि आरओ/एआरओ (प्री.) परीक्षा-2023 के लिए आयोग द्वारा एक समिति गठित की गई है। समिति सभी पहलुओं पर विचार कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करेगी।